Ganga aarti ,गंगा मैया की सभी आरती का पाठ एवं लाभ।
दोस्तों आप सभी का हमारे blog पर स्वागत है। आज के इस article से माध्यम से हम आप Ganga aarti के बारे में बताने वाले है। दोस्तों माँ गंगा पृथ्वी पर जीवन व्यततीत करने के लिए बहुत है। उनके बिना हमारे देश में होने वाले बहुत से कार्य ठप्प हो जाएंगे। इसलिए यह बात बहुत जरुरी है की माँ गंगा की कृपादृष्टि हमेशा हमपे बनी रहे। इसी बात को सुनिश्चित करने के लिए मैं आप सभी के लिए माँ गंगा की आरती लेकर के आया हूँ।
इस article में हम आपको माँ गंगा के सभी आरतियों के बारे में बताएंगे। हम आपको इस article की सहायता से Ganga aarti lyrics के साथ साथ इससे होने वाले लाभों के बारे में भी बताएंगे। दोस्तों इसलिए मैं आपसे निवेदन करूँगा की आप हमारे article को पूरा पढ़े एवं अपने दोस्तों के साथ अवस्य share करे।
Contents
Ganga Aarti Lyrics
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
चन्द्र-सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता।
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता।
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
एक बार जो प्राणी, शरण तेरी आता।
यम की त्रास मिटाकर, परमगति पाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
आरती मातु तुम्हारी, जो नर नित गाता।
सेवक वही सहज में, मुक्ति को पाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
माँ गंगा की दूसरी आरती
जय गंगा मैया माँजय सुरसुरी मैया
भवबारिधि उद्धारिदीअतिहि सुदृढ़ नैया
हरी पद पदम प्रसूताविमल वारिधारा
ब्रह्मदेव भागीरथीशुचि पुण्यगरा
शंकर जता विहारीडीहारिणि सकल पापा
गंगा गनग जो जनउच्चारते मुखसो
दूर देश में स्थित भीतुरंत तरन सुखसो
मृत की अस्थि तनिकतुव जल धारा पावे
टत तटवासी तरुवर जल थल चारप्रणी
पक्षी पशु पतंग गति पावे निर्वाणी
मातु दयामयी कीजै दीनन पद दाया
प्रभु पद पदम मिलकर हरी लीजै माया
गंगा माता की तीसरी आरती
आरती श्री गंगा जी की महारानी गंगा मैया
मेरा उद्धार कर दे कृपा से अपनी माता
बेड़े को पार कर दे स्वर्ग से आयी मैया
जगत को तारने को चरणों में लगा ले मुझको
इतना उपकार कर दे तेरा प्रवाह मैया पापो
का नाश करता भक्तों की खातिर मैया
अमृत की धार कर दे बन के सवाली (सवारी )मैया
आये जो द्वार तेरे तू जगदम्बे उसका
पूरा भंडार भर दे चमन नादान मैया
करता सदा विनती
जगत की जननी सुखिया
सारा संसार कर दे
गंगा माता की आरती के पाठ से होने वाले लाभ
- माँ गंगा की कृपा हमेशा हमपे बनी रहती है।
- सारे जल से समबन्धित कार्य बिना किसी रूकावट के पूर्ण हो जाते है।
- माँ जल प्रलय से हमेशा हमारी रक्षा करती है।
- हमें गंगा माँ की आरती का पाठ करने के साथ साथ यह भी प्रण लेना चाहिए की हम कभी भी माँ गंगा को दूषित नहीं करेंगे और नहीं किसी और को माँ गंगा को दूषित करने देंगे।
- दोस्तों हमे भी माँ गंगा को स्वच्छ रखने के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है की आप सभी को हमारा यह article जो की Ganga Aarti Lyrics के ऊपर लिखा गया है पसंद आया होगा अगर आपको यह article अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवस्य share करे।
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