Swastik Mantra। ॐ स्वस्ति न इन्द्रो का पाठ। Om swasti na Indro
दोस्तों आप सभी का हमारे इस ब्लॉग पर हार्दिक स्वागत है। आज के इस article की सहायता से हम आपको Swastik mantra के बारे में पूरी जानकारी देंगे। आप इस article को पूरा पढ़ें।
Contents
Swastik Mantra Lyrics
ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः।
स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः।
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः।
स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
स्वस्तिक मंत्र का अर्थ
महान कीर्ति वाले इन्द्रदेव हमारा कल्याण करो, विश्व के ज्ञानस्वरूप पूषादेव हमारा कल्याण करो। जिसका हथियार अटूट है ऐसे गरुड़ भगवान हमारा मंगल करो। बृहस्पति हमारा मंगल करो।
यह एक बहुत ही प्रभावशाली एवं शक्तिशाली मंत्र है। इस मंत्र को आपने अवस्य ही सुना होगा। आपने इसे TV Serials या फिल्मों में सुना होगा। किसी भी कार्य को बिना किसी विघ्न के पूर्ण करने के लिए इस मंत्र का पाठ किया जाता है। भगवान श्री राम ने भी लंका जाने के लिए पुल बनाते समय इस मंत्र का पाठ किया था। हम सभी को इस मंत्र के बारे में पता होना बहुत जरुरी है।
दोस्तों आज के इस article के जरिये हम आपको Swastik Mantra Lyrics के साथ साथ इसके लाभ एवं महत्व के बारे में भी पूरी जानकारी देंगे। मैं आपसे विनती करता हु की आप हमारे इस post को पूरा पढ़ें और अगर आपको हमारा यह article अच्छा लगे तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवस्य share करे।
स्वस्तिक मंत्र का महत्व एवं लाभ
इस मंत्र का महत्व बहुत अधिक है और आज भी इस मंत्र का पाठ कराया जाता है। किसी भी कार्य के सफलतापूर्वक पूर्ण होने के लिए इस मंत्र का पाठ किया जाता है। इसके पाठ से आपका हर कार्य जो की आप किसी अच्छे कार्य के लिए कर रहे हो वह पूर्ण हो जाता है। इस मंत्र की सहायता से हम हम इंद्रदेव , पूषादेव , गरुण देव एवं बृहस्पति से हमारा कल्याण करने की प्राथना करते है।
दोस्तों हमारे भी हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग है जिन्हे इस चमत्कारी मंत्र के बारे में नहीं पता है। हमारी यह जिम्मेदारी बनती है की हम सभी को इसके बारे में बातये। मैंने तो आप सभी को इस मंत्र के बारे में बताकर अपनी जिम्मेदारी निभा दी अब आपको भी इस article को दूसरे लोगों तक पहुँचाकर अपनी जिम्मेदारी निभानी है।
इस मंत्र के उच्चारण से हमारा मन भी काफी शांत होता है। अगर आपके मन हमेशा कोई न कोई चिंता उत्पन्न होती रहती है तो आपको इस मंत्र का पाठ अवस्य करना चाहिए। इस मंत्र से आपकी चिंताएं कम होती है। अगर आपको अपने क्रोध पर काबू पाना है तो आपक swastik mantra का अवस्य ही पाठ करना चाहिए।
दोस्तों माँ बाप का भी यह कर्त्तव्य बनता है की वे अपने बच्चों को इस प्रभावशाली मंत्र के बारे में बताये। ताकि बचपन से उनके मन में अच्छी बातें जा सके। अगर बचपन से ही बच्चों को अच्छी बातें बताया जाये तो उनका अच्छे से विकास होता है और वे धर्म के मार्ग पर चलना बचपन से ही शुरू कर देते है।
पूजा के समय
दोस्तों इस मंत्र किसी भी यज्ञ या पूजा में अवस्य किया जाता है क्युकी इस मंत्र के उच्चारण से कोई भी शुभ कार्य बिना किसी रुकावट के पूरा हो जाता है। हमे भी इस मंत्र का प्रयोग अपने दैनिक जीवन में भी अवस्य करना चाहिए इसके उच्चारण से घर का वातावरण काफी सही हो जाता है। आपका कोई भी कार्य बिना किसी परेशानी के पूर्ण हो जाता है। आप सभी को इस मंत्र का पाठ अवस्य करना चाहिए।
भगवान राम ने कब किया था स्वस्तिक मंत्र का पाठ
दोस्तों क्या आप जानते है की भगवान राम ने भी स्वस्तिक मंत्र का पाठ किया था। दोस्तों जब समुद्र देव ने भगवान श्री राम को समुद्र का पार करने का रास्ता बता दिया तभी भगवान श्री राम ने SWASTIK MANTRA का पाठ करने का निश्चय किया था। जब वानर सेना पल बनाने का काम कर रही थी तब भगवान श्री राम उस कार्य को अच्छे से पूर्ण करने के लिए इस मंत्र का पाठ कर तहे थे। इसीलिए इस मंत्र का पाठ किसी भी शुभ कार्य करने से पहले अवस्य किया जाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे आशा है की आप सभी को हमारा यह article बहुत पसंद आया होगा जो की Swastik Mantra के ऊपर लिखा गया है। दोस्तों मैं आप सभी से यही कहूंगा की अगर आपको हमारी यह मेहनत पसंद आयी हो और अगर आप इसे सराहना चाहते है तो आप इसे अवस्य share करे।
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